कहानी अब तक:
प्रसिद्ध लेखक एडवर्ड लैंगली की हत्या की जांच में जासूस ग्रेव्स ने चारों संदिग्धों—पत्नी मार्गरेट, सहायक हेनरी, प्रतिद्वंद्वी रोजर और संपादक रॉबर्ट—को बारी-बारी से परखा। रोजर ने हत्या स्वीकार की, पर उसे मार्गरेट ने उकसाया था। असली साजिशकर्ता रॉबर्ट निकला, जिसे कोर्ट ने आजीवन कारावास की सजा दी। बाकी तीनों को भी उनके अपराध अनुसार सज़ा मिली। लेकिन अंत में रॉबर्ट की रहस्यमयी मुस्कान और एक गुप्त संदेश ने संकेत दिया कि मामला पूरी तरह खत्म नहीं हुआ। “E. L.” के हस्ताक्षर वाला पत्र जासूस ग्रेव्स के सामने एक नए रहस्य का दरवाज़ा खोल देता है।
अब आगे:
अध्याय 14: छिपा हुआ खिलाड़ी
एक नया संदेह
जासूस विलियम ग्रेव्स के सामने एक नया सवाल खड़ा था—क्या एडवर्ड लैंगली की हत्या सच में एक सीधी-सादी साजिश थी, या फिर इसमें कोई और बड़ा रहस्य छिपा था?
रॉबर्ट की मुस्कान और उसके आखिरी शब्दों ने ग्रेव्स को सोचने पर मजबूर कर दिया था।
और अब, यह रहस्यमयी पत्र, जिसमें लिखा था—"यह अभी खत्म नहीं हुआ..."
नीचे सिर्फ दो अक्षर थे— "E. L."
क्या एडवर्ड लैंगली अभी भी जिंदा था?
या फिर यह किसी और का खेल था?
एडवर्ड का गुप्त खाता
ऑलिवर ने एक और चौंकाने वाली जानकारी दी।
"सर, हमें एडवर्ड लैंगली का एक गुप्त बैंक खाता मिला है। इसमें पिछले दो महीनों में बड़े लेन-देन हुए हैं!"
ग्रेव्स चौंक गए, "मगर एडवर्ड तो मर चुका था, तो फिर यह पैसा कौन इस्तेमाल कर रहा है?"
ऑलिवर ने धीरे से कहा,
"यह पैसा हत्या के बाद भी निकाला गया है।"
अब मामला और भी उलझ चुका था।
विस्टेरिया हाउस की आखिरी तलाशी
ग्रेव्स ने फैसला किया कि एक बार फिर एडवर्ड लैंगली के घर – विस्टेरिया हाउस – की तलाशी लेनी होगी।
यहां पहले भी कई राज़ खुल चुके थे, लेकिन शायद कुछ अब भी छिपा था।
स्टडी रूम में जाने पर उन्हें एक पुरानी पेंटिंग के पीछे एक गुप्त तिजोरी मिली।
जब उन्होंने उसे खोला, तो अंदर कुछ फाइलें और एक पासपोर्ट पड़ा था।
और जब ग्रेव्स ने उस पासपोर्ट को देखा, तो उनका दिमाग सुन्न रह गया।
नाम: एडवर्ड लैंगली
फोटो: एडवर्ड लैंगली... लेकिन चेहरा थोड़ा बदला हुआ!
स्थान: अर्जेंटीना
ग्रेव्स ने गहरी सांस ली।
"मतलब... एडवर्ड लैंगली खुद ही अपने मरने की साजिश का हिस्सा था?"
क्या एडवर्ड जिंदा था?
अब सारी चीज़ें जुड़ने लगीं।
-
एडवर्ड की मौत के बाद भी बैंक खाते से पैसा निकाला जा रहा था।
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रॉबर्ट ने आखिरी शब्दों में इशारा किया था कि असली खिलाड़ी अभी भी छिपा हुआ है।
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एडवर्ड का पासपोर्ट अर्जेंटीना का था, जो बताता था कि वह भागने की तैयारी कर रहा था।
तो क्या एडवर्ड ने अपनी ही मौत का नाटक किया था?
एक अंतिम सुराग
ग्रेव्स ने उस तिजोरी में रखी फाइलों को ध्यान से पढ़ा।
उनमें से एक पत्र में लिखा था:
"अगर सब ठीक रहा, तो मैं इस पहचान के साथ अर्जेंटीना में नया जीवन शुरू करूंगा। किसी को कभी सच्चाई नहीं पता चलेगी।"
ग्रेव्स अब पूरी तरह समझ चुके थे—एडवर्ड लैंगली जिंदा था!
अब क्या होगा?
ग्रेव्स ने ऑलिवर की तरफ देखा और कहा,
"हमें तुरंत इंटरपोल से संपर्क करना होगा। अगर एडवर्ड लैंगली भागा है, तो उसे रोका जा सकता है!"
ऑलिवर चौंक गया, "सर, अगर वह जिंदा है, तो फिर उसकी हत्या का मामला क्या था?"
ग्रेव्स ने मुस्कुराते हुए कहा,
"यही तो असली रहस्य है, और मुझे इसे सुलझाना ही होगा!"
(अध्याय 14 समाप्त)
अध्याय 15: अंतिम शब्द
एडवर्ड लैंगली का भेद
जासूस विलियम ग्रेव्स अब पूरी तरह समझ चुके थे—एडवर्ड लैंगली मरा नहीं था, उसने अपनी ही मौत की साजिश रची थी!
लेकिन सवाल यह था कि ऐसा क्यों किया गया?
क्या वह किसी से बचना चाहता था, या फिर उसने यह सब किसी और मकसद से किया?
इंटरपोल से संपर्क
ग्रेव्स ने इंटरपोल से अर्जेंटीना में एडवर्ड लैंगली की तलाश करने का अनुरोध किया।
कुछ ही दिनों में सूचना आई कि एडवर्ड वास्तव में अर्जेंटीना में एक नए नाम से रह रहा था!
अब ग्रेव्स के सामने अंतिम चुनौती थी—एडवर्ड को वापस लाना और उससे सच उगलवाना।
एडवर्ड लैंगली की गिरफ्तारी
एडवर्ड को अर्जेंटीना में पकड़ लिया गया और उसे वापस लाया गया।
जब वह ग्रेव्स के सामने आया, तो उसके चेहरे पर कोई पछतावा नहीं था।
"तो, जासूस ग्रेव्स, आखिर तुमने सच्चाई ढूंढ ही ली," एडवर्ड ने मुस्कुराते हुए कहा।
ग्रेव्स ने कड़वी आवाज़ में कहा, "अब सच बताओ, एडवर्ड। तुमने अपनी मौत की साजिश क्यों रची?"
एडवर्ड का इकबालिया बयान
एडवर्ड ने लंबी सांस ली और कहा,
"मुझे यह करना पड़ा।"
ग्रेव्स ने पूछा, "क्यों?"
एडवर्ड ने समझाया,
"रॉबर्ट हेस्टिंग्स मेरी नई किताब से डर गया था। उसने रोजर को उकसाया कि वह मुझे मार डाले। मैं जानता था कि अगर मैं कुछ नहीं करता, तो मेरी मौत निश्चित थी।"
ऑलिवर ने हैरानी से पूछा, "तो फिर तुमने खुद अपनी मौत की योजना क्यों बनाई?"
एडवर्ड मुस्कुराया,
"अगर मैं सच में मर जाता, तो रॉबर्ट और बाकी सब बच जाते। लेकिन अगर मैं अपनी ही मौत का नाटक करता और सही समय पर भाग जाता, तो वे लोग खुद को फंसा लेते।"
ग्रेव्स चौंक गए।
"तो तुमने यह पूरी साजिश सिर्फ अपने दुश्मनों को फंसाने के लिए की?"
एडवर्ड ने सिर हिलाया, "हाँ, और मैं सफल भी रहा।"
अंतिम फैसला
लेकिन कानून के अनुसार, एडवर्ड ने झूठी मौत का नाटक किया, जिससे पूरी जांच गुमराह हुई।
इसी कारण, अदालत ने उसे पाँच साल की सजा सुनाई।
रॉबर्ट हेस्टिंग्स और बाकी अपराधी पहले ही जेल में थे।
न्याय मिल चुका था।
विलियम ग्रेव्स का नया सफर
जब सब खत्म हुआ, तो ऑलिवर ने ग्रेव्स से पूछा,
"सर, यह कहानी कैसी लगी?"
ग्रेव्स ने हंसते हुए कहा,
"यह मेरे करियर का सबसे अनोखा मामला था। लेकिन मुझे यकीन है कि यह आखिरी नहीं है।"
तभी उनके टेबल पर एक नया केस फाइल रखी गई।
ग्रेव्स ने मुस्कुराकर फाइल खोली और कहा,
"तो, एक और रहस्य मेरा इंतजार कर रहा है!"
यह कहानी अब पूरी हो चुकी है! 🎉
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अस्वीकरण (Disclaimer) – "आखिरी पन्ना"
"आख़िरी पन्ना" एक काल्पनिक उपन्यास है। इसमें वर्णित सभी पात्र, घटनाएँ और स्थान लेखक की कल्पना मात्र हैं। यदि किसी जीवित या मृत व्यक्ति, संस्था, स्थान या घटना से कोई समानता मिलती है, तो वह मात्र संयोग माना जाए। इस उपन्यास का उद्देश्य केवल मनोरंजन प्रदान करना है। इसमें व्यक्त विचार लेखक के व्यक्तिगत हैं और इनका किसी भी वास्तविक व्यक्ति, समुदाय या संस्था से कोई संबंध नहीं है। पाठकों से अनुरोध है कि इसे केवल एक रचनात्मक कल्पना के रूप में पढ़ें।
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