Stray Dogs in India: Rising Dog Bite Cases and Solutions

 

Stray dogs near people on Indian streets showing public safety and dog bite concerns

परिचय

कुत्ते को मनुष्य का सबसे वफादार साथी माना जाता है, लेकिन जब यही साथी आक्रामक हो जाता है और लोगों को काटने लगता है, तो यह समाज के लिए एक गंभीर समस्या बन जाती है। भारत में आवारा कुत्तों (stray dogs) की संख्या लगातार बढ़ रही है और इनके काटने (dog bite) की घटनाएं भी चिंता का विषय बन गई हैं। सवाल यह है कि क्या यह वाकई एक समस्या है, या फिर हम इसके समाधान में चूक रहे हैं?

Stray Dogs और Dog Bite की गंभीरता

भारत में आवारा कुत्तों की संख्या 1 करोड़ से अधिक बताई जाती है, और हर साल हजारों लोग कुत्तों के काटने की घटनाओं का शिकार होते हैं। WHO के अनुसार, भारत में 36% रैबीज़ (rabies) के मामले अकेले कुत्तों के काटने से होते हैं। वर्ष 2022 में, केवल दिल्ली में ही 1.6 लाख से अधिक dog bite के मामले दर्ज किए गए। यह समस्या सिर्फ शहरों तक सीमित नहीं है, बल्कि ग्रामीण इलाकों में भी गंभीर है।

कुत्ते हमलावर क्यों हो जाते हैं?

  1. भूख और संसाधनों की कमी: जब कुत्तों को भोजन नहीं मिलता, तो वे आक्रामक हो सकते हैं।
  2. आवास और सुरक्षा की समस्या: जब इंसान उनके रहने की जगहों को नष्ट करता है, तो वे डर और असुरक्षा में हमला कर सकते हैं।
  3. मानवीय दुर्व्यवहार: कई बार लोग कुत्तों पर पत्थर फेंकते हैं, पीटते हैं या परेशान करते हैं, जिससे वे आक्रामक हो जाते हैं।
  4. बीमारियां: यदि कोई कुत्ता रैबीज़ या किसी अन्य संक्रमण से ग्रसित हो, तो उसके काटने की संभावना अधिक होती है।

संभावित समाधान

  1. नसबंदी (Sterilization) और टीकाकरण (Vaccination) अभियान:

    • Animal Birth Control (ABC) Program को प्रभावी तरीके से लागू किया जाना चाहिए।
    • हर साल लाखों कुत्तों का टीकाकरण किया जाना चाहिए ताकि रैबीज़ जैसी बीमारियों को रोका जा सके।
  2. सही कचरा प्रबंधन:

    • खुले में फेंके गए खाने से कुत्तों की संख्या बढ़ती है।
    • कचरा प्रबंधन में सुधार करके इनकी संख्या को नियंत्रित किया जा सकता है।
  3. आधिकारिक आश्रय (Dog Shelters) की स्थापना:

    • सरकार को आवारा कुत्तों के लिए शेल्टर होम बनाने चाहिए, जिससे वे सड़कों पर न रहें।
  4. जनजागरूकता अभियान:

    • लोगों को कुत्तों से सही व्यवहार सिखाया जाना चाहिए।
    • स्कूलों में बच्चों को सिखाना चाहिए कि वे कुत्तों को कैसे संभालें और उनसे कैसे बचें।
  5. आपातकालीन चिकित्सा सेवाएँ:

    • सरकारी अस्पतालों में रैबीज़ के टीके (Rabies Vaccination) मुफ्त और आसानी से उपलब्ध होने चाहिए।

निष्कर्ष

Dog bite और stray dogs की समस्या का समाधान संभव है, लेकिन इसके लिए सरकार, समाज और पशु प्रेमियों को मिलकर प्रयास करना होगा। कुत्ते स्वभाव से आक्रामक नहीं होते, लेकिन जब हम उनके साथ दुर्व्यवहार करते हैं या उन्हें भूखा रखते हैं, तो वे हमलावर हो सकते हैं। सही रणनीति अपनाकर हम इस समस्या को कम कर सकते हैं और इंसान तथा जानवरों के बीच एक सामंजस्य बना सकते हैं।

क्या आपको लगता है कि Stray Dogs की समस्या का हल संभव है? अपने विचार कमेंट में जरूर साझा करें!

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