कुम्भक थेरेपी: दिल की सेहत के लिए प्राचीन श्वास चिकित्सा
कुम्भक थेरेपी क्या है और कैसे काम करती है
कुम्भक थेरेपी (Kumbhak Therapy for Heart Health) योग की उस प्राचीन विधा पर आधारित है जिसमें श्वास को रोकने (Breath Retention) की प्रक्रिया के माध्यम से शरीर के भीतर ऊर्जा का संतुलन स्थापित किया जाता है।
‘कुम्भक’ शब्द संस्कृत के कुम्भ से लिया गया है, जिसका अर्थ है ‘घड़ा’—जो श्वास को कुछ क्षणों तक धारण करने का प्रतीक है।
जब व्यक्ति श्वास रोकता है, तो शरीर में ऑक्सीजन का उपयोग अधिक कुशलता से होता है और कार्बन डाइऑक्साइड का स्तर नियंत्रित रहता है, जिससे दिल पर अनावश्यक दबाव कम होता है।
कुम्भक थेरेपी और हृदय स्वास्थ्य
आधुनिक जीवनशैली में तनाव, असंतुलित आहार और चिंता दिल से जुड़ी बीमारियों के प्रमुख कारण बन गए हैं।
कुम्भक थेरेपी से:
- ब्लड प्रेशर नियंत्रित रहता है
- नाड़ी गति (Pulse Rate) स्थिर होती है
- हृदय की मांसपेशियां मजबूत बनती हैं
- तनाव और चिंता का स्तर घटता है
योग विशेषज्ञ डॉ. विनोद शर्मा के अनुसार –
“कुम्भक थेरेपी for heart health एक ऐसी प्राकृतिक चिकित्सा है जो हृदय की क्षमता को बिना दवा के बढ़ा सकती है। यह रक्त परिसंचरण में सुधार करती है और दिल की धड़कन को नियमित करती है।”
कुम्भक थेरेपी कैसे करें
कुम्भक के तीन प्रमुख चरण होते हैं –
पूरक (Inhalation) → कुम्भक (Retention) → रेचक (Exhalation)
प्रारंभिक अभ्यास
- शांत वातावरण में बैठें, रीढ़ सीधी रखें।
- धीरे-धीरे गहरी श्वास लें (पूरक)।
- अब श्वास को कुछ क्षण रोकें (कुम्भक)।
- फिर धीरे-धीरे छोड़ें (रेचक)।
- शुरुआत में 5 सेकंड तक रोकें, धीरे-धीरे समय बढ़ाएं।
सावधानियां
- उच्च रक्तचाप या हृदय रोग से पीड़ित व्यक्ति विशेषज्ञ की देखरेख में अभ्यास करें।
- अभ्यास खाली पेट करें।
- अधिक देर तक श्वास न रोकें।
कुम्भक थेरेपी का वैज्ञानिक आधार
- श्वास रोकने से Parasympathetic Nervous System सक्रिय होता है, जो शरीर को आराम और शांति की अवस्था में लाता है।
- यह प्रणाली हृदय गति को धीमा करती है और तनाव हार्मोन (Cortisol) को घटाती है।
- निरंतर अभ्यास से ऑक्सीजन की आपूर्ति बेहतर होती है और दिल की कार्यक्षमता बढ़ती है।
कुम्भक थेरेपी के लाभ – बिंदुवार
- दिल की कार्यक्षमता में सुधार
- मानसिक शांति और ध्यान में वृद्धि
- रक्तचाप और कोलेस्ट्रॉल नियंत्रण
- नींद की गुणवत्ता में सुधार
- शरीर में ऑक्सीजन वितरण बेहतर
कुम्भक थेरेपी को जीवनशैली में शामिल करें
- प्रतिदिन सुबह 10 मिनट अभ्यास करें
- श्वास की लय पर ध्यान दें
- धीरे-धीरे अवधि और गहराई बढ़ाएं
- संतुलित आहार और योगासन के साथ संयोजन करें
नियमित अभ्यास से शरीर, मन और हृदय में अद्भुत संतुलन बनता है।
निष्कर्ष (Conclusion)
कुम्भक थेरेपी for heart health एक ऐसी प्राकृतिक और सुरक्षित विधा है जो आधुनिक चिकित्सा के पूरक रूप में काम कर सकती है।
इसका नियमित अभ्यास न केवल दिल की सेहत को मजबूत करता है, बल्कि मानसिक स्थिरता और दीर्घायु भी प्रदान करता है।
अगर आप अपने हृदय की सुरक्षा चाहते हैं, तो आज से ही इस प्राचीन श्वास तकनीक को अपनी दिनचर्या में शामिल करें।
अगला कदम:
अपने निकटतम योग प्रशिक्षक या हृदय विशेषज्ञ से परामर्श कर कुम्भक थेरेपी की सही तकनीक सीखें।
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Disclaimer:
यह लेख केवल शैक्षिक उद्देश्य से लिखा गया है। किसी भी नई योग या स्वास्थ्य विधि को अपनाने से पहले अपने चिकित्सक या प्रशिक्षक से सलाह अवश्य लें।
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