Stock Market: Strong Recovery in Indian Shares — Is It Lasting?

Traders on a busy stock market floor analyzing charts with glowing tickers and digital screens

Is This a Sustainable Stock Market Recovery? Market Experts Decode the Sudden Surge.क्या शेयर बाजार की यह रिकवरी टिकाऊ है? मार्केट एक्सपर्ट्स ने किया विश्लेषण!

भारतीय शेयर बाजार में रिकवरी की लहर: क्या ये लंबे समय तक टिकेगी?

Stock Market News Today | Nifty Sensex Recovery | Market Analysis

सोमवार की भारी गिरावट के बाद मंगलवार को भारतीय शेयर बाजार में शानदार रिकवरी देखने को मिली। निवेशकों के चेहरे पर मुस्कान लौट आई जब Nifty 400 अंकों की उछाल के साथ 22,700 के करीब पहुंचा और Sensex 1200 अंकों की तेजी के साथ 74,859 के इंट्राडे हाई तक गया। मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स ने भी दमदार प्रदर्शन किया।

Market Performance की मुख्य झलकियां

  • India VIX में 11% की गिरावट

  • Nifty Capital Market, Realty, PSU Bank, और Pharma सेक्टर्स में जोरदार तेजी

  • एशियाई बाजारों में भी सकारात्मक माहौल – टोक्यो, शंघाई, हांगकांग और सियोल हरे निशान पर

  • Dow Futures में 750 अंकों की बढ़त

यह सब दर्शाता है कि बाजार में विश्वास फिर से लौट रहा है, लेकिन बड़ा सवाल ये है – क्या ये रिकवरी टिकाऊ है?

मार्केट गुरु अनिल सिंघवी की राय

रिकवरी की रफ्तार ने सबको चौंकाया
अनिल सिंघवी का मानना है कि यह रिकवरी शानदार है, लेकिन इसकी "स्पीड" से लोग हैरान हैं। कल की 3% की गिरावट के बाद इतनी तेज़ उछाल की किसी को उम्मीद नहीं थी।

“दुनिया भर में जहां डबल डिजिट की गिरावट दिखी, भारत में सिर्फ 3% की गिरावट होना दर्शाता है कि हमारा बाजार ज्यादा मजबूत है।”

क्या बिना पॉजिटिव खबर के आई यह तेजी टिक सकती है?

बाजार में कोई बड़ी पॉजिटिव न्यूज नहीं आई थी, फिर भी इतनी तेज रिकवरी चौकाने वाली है।

“बुल मार्केट में हर खराब खबर में खरीदारी होती है, जबकि बियर मार्केट में अच्छी खबर पर भी बिकवाली।”

क्या कहता है NSE का नेतृत्व?

टैरिफ वॉर से भारत को कैसे मिल सकता है लाभ?
NSE के MD और CEO आशीष चौहान ने कहा –

“हर देश स्थिरता चाहता है, लेकिन Geopolitical Issues के चलते अनिश्चितता बनी रहती है। ये भारत के लिए अवसर है, जहां हम ग्लोबल कंपनियों के लिए नए रास्ते खोल सकते हैं।”

उनके अनुसार, RBI जरूरत पड़ने पर दखल देगा, और टैरिफ वॉर से भारत को अपार मौके मिल सकते हैं, जो विदेशी निवेश को आकर्षित कर सकते हैं।

क्या निवेशकों को सतर्क रहना चाहिए?

ओवरनाइट पोजीशन में बरतें सावधानी
विशेषज्ञों की राय है कि फिलहाल अमेरिका-चीन टैरिफ वॉर के चलते बाजार में वॉलेटिलिटी बनी रह सकती है। ऐसे में निवेशकों को कम ओवरनाइट पोजीशन रखने की सलाह दी गई है।

क्या करना चाहिए निवेशकों को? (Supportive Suggestions)

  1. लॉन्ग टर्म दृष्टिकोण रखें – ट्रेडिंग के बजाय SIP और फंडामेंटल आधारित निवेश बेहतर रहेगा।

  2. Diversify करें – केवल एक सेक्टर पर भरोसा न करें।

  3. स्टॉप-लॉस का प्रयोग करें – वॉलेटिल मार्केट में ये बहुत जरूरी है।

  4. न्यूज़ और अंतरराष्ट्रीय घटनाओं पर नजर रखें – जैसे अमेरिका-चीन ट्रेड टकराव।

  5. मिडकैप और स्मॉलकैप में निवेश करते समय सावधानी बरतें – ये ज्यादा वॉलेटाइल हो सकते हैं।

विशेषज्ञों के विचार और बाजार का भविष्य

  • Motilal Oswal Financial Services के अनुसार, बाजार में आने वाले हफ्तों में कुछ करेक्शन संभव है, लेकिन ओवरऑल ट्रेंड पॉजिटिव है।

  • ICICI Direct ने Nifty के लिए Support Zone 22,300-22,500 बताया है और Resistance 22,900 के पास है।

निष्कर्ष

हालांकि भारतीय शेयर बाजार ने जोरदार रिकवरी दिखाई है, लेकिन अभी भी वैश्विक अनिश्चितताओं का खतरा बना हुआ है। ऐसे में निवेशकों को सजग रहना जरूरी है। बिना किसी ठोस पॉजिटिव खबर के आई ये तेजी संकेत देती है कि बाजार में आत्मविश्वास तो लौटा है, लेकिन स्थिरता अभी भी दूर है।

Disclaimer

यह लेख लेखक की निजी समझ और विभिन्न स्रोतों पर आधारित जानकारी से संकलित किया गया है। मैं इस क्षेत्र का विशेषज्ञ नहीं हूं। निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श अवश्य लें।

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