(99% स्ट्रोक्स से बचाव संभव है – बस इन संकेतों को समझिए)
परिचय: स्ट्रोक और हार्ट अटैक से बचाव का असली रहस्य
क्या आप जानते हैं कि लगभग 99% स्ट्रोक्स और हार्ट अटैक को समय रहते रोका जा सकता है? हाल ही में एक वैश्विक अध्ययन में पाया गया कि लगभग हर हार्ट अटैक पीड़ित व्यक्ति में चार प्रमुख चेतावनी संकेत पहले से मौजूद थे – लेकिन उन्हें नज़रअंदाज़ कर दिया गया। आज के समय में जब तनाव, गलत खानपान और निष्क्रिय जीवनशैली आम हो चुकी है, stroke prevention सिर्फ डॉक्टरों का नहीं बल्कि हर व्यक्ति का विषय बन चुका है।
1. ब्लड प्रेशर में लगातार उतार-चढ़ाव (High Blood Pressure)
उच्च रक्तचाप स्ट्रोक का सबसे बड़ा कारण माना जाता है। जब ब्लड प्रेशर लगातार बढ़ा रहता है, तो धमनियों की दीवारें कमजोर होने लगती हैं, जिससे रक्त का प्रवाह बाधित होता है और स्ट्रोक की संभावना बढ़ती है।
विशेषज्ञ की राय:
दिल्ली के कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. आर. के. वर्मा के अनुसार,
“लगभग 70% स्ट्रोक के मरीजों में पहले से अनियंत्रित ब्लड प्रेशर पाया गया था। नियमित जांच और दवाइयों के पालन से इन मामलों को आसानी से रोका जा सकता था।”
क्या करें:
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हर महीने ब्लड प्रेशर जांचें
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नमक का सेवन सीमित रखें
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प्रतिदिन 30 मिनट की सैर करें
2. अनियंत्रित ब्लड शुगर (Diabetes and Stroke Prevention)
डायबिटीज़ से ग्रस्त लोगों में स्ट्रोक की संभावना लगभग दोगुनी होती है।
उच्च शुगर लेवल शरीर की रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंचाता है, जिससे मस्तिष्क तक रक्त आपूर्ति बाधित हो सकती है।
क्या करें:
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नियमित रूप से ब्लड शुगर की जांच करें
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मीठे पेय पदार्थों से दूरी बनाएं
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हरी सब्ज़ियां और साबुत अनाज को आहार में शामिल करें
3. कोलेस्ट्रॉल का असंतुलन (High Cholesterol Levels)
जब शरीर में खराब कोलेस्ट्रॉल (LDL) बढ़ जाता है, तो यह धमनियों में प्लाक जमा करता है। यह धीरे-धीरे रक्त प्रवाह को बाधित करता है और stroke prevention असंभव हो जाता है यदि इसका समय पर इलाज न किया जाए।
क्या करें:
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ऑयली फूड्स से परहेज़ करें
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ओमेगा-3 से भरपूर भोजन (जैसे फ्लैक्ससीड और फिश ऑयल) लें
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हर 6 महीने में लिपिड प्रोफाइल टेस्ट कराएं
4. निष्क्रिय जीवनशैली (Sedentary Lifestyle and Stroke Prevention)
कई अध्ययनों से पता चला है कि जो लोग दिन का अधिकांश समय बैठे रहते हैं, उनमें स्ट्रोक और हार्ट अटैक की संभावना अधिक होती है।
फिजिकल एक्टिविटी की कमी शरीर के मेटाबॉलिज़्म को धीमा कर देती है और ब्लड सर्कुलेशन प्रभावित होता है।
क्या करें:
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हर 1 घंटे बाद 5 मिनट चलें
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योग, प्राणायाम या हल्का व्यायाम करें
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पर्याप्त नींद और जल सेवन बनाए रखें
स्ट्रक्चर्ड लिस्ट: स्ट्रोक से बचाव के आसान कदम
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ब्लड प्रेशर और शुगर पर नियंत्रण रखें
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हेल्दी डायट और रेगुलर एक्सरसाइज अपनाएं
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शराब, धूम्रपान और अत्यधिक तनाव से बचें
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हर वर्ष हेल्थ चेकअप कराएं
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स्ट्रोक या हार्ट अटैक के लक्षण दिखें तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें
निष्कर्ष: जागरूकता ही सबसे बड़ी दवा है
Stroke prevention कोई जटिल चिकित्सा प्रक्रिया नहीं, बल्कि रोज़मर्रा की जीवनशैली में छोटे बदलावों का परिणाम है। विशेषज्ञ मानते हैं कि यदि हम अपने शरीर के शुरुआती संकेतों को समझें और उन पर तुरंत कार्रवाई करें, तो हार्ट अटैक और स्ट्रोक दोनों को रोका जा सकता है।
आपका स्वास्थ्य आपके हाथ में है – इसे गंभीरता से लें और आज से ही बदलाव शुरू करें।
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Disclaimer:
यह लेख केवल शैक्षणिक और जागरूकता उद्देश्य के लिए है। किसी भी चिकित्सकीय निर्णय से पहले अपने डॉक्टर से सलाह अवश्य लें।
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