वसीयत (WILL) क्या है और क्यों ज़रूरी है?
हर इंसान अपनी मेहनत से अर्जित संपत्ति को अपने प्रियजनों के लिए सुरक्षित रखना चाहता है। लेकिन अगर जीवनकाल में सही WILL making and updating नहीं की जाती, तो मृत्यु के बाद संपत्ति को लेकर विवाद होना स्वाभाविक है। एक स्पष्ट वसीयत आपके परिवार को कानूनी झंझटों से बचाती है और आपके इच्छित वारिसों तक संपत्ति पहुंचाना आसान बनाती है।
Indian Law में WILL का महत्व
भारतीय कानून के अनुसार, वसीयत (WILL) बनाना किसी भी व्यक्ति का अधिकार है। Indian Succession Act, 1925 के तहत कोई भी बालिग और मानसिक रूप से स्वस्थ व्यक्ति अपनी संपत्ति के बंटवारे को वसीयत में दर्ज कर सकता है। वसीयत लिखित रूप में होना चाहिए और इसमें स्पष्ट रूप से संपत्ति, वारिसों और गवाहों का उल्लेख होना आवश्यक है।
विशेषज्ञ की राय
वरिष्ठ अधिवक्ता आर. के. अग्रवाल कहते हैं,
“समय-समय पर वसीयत का अपडेट होना उतना ही ज़रूरी है जितना पहली बार वसीयत बनाना। जीवन में परिस्थितियां, रिश्ते और संपत्ति बदलती रहती हैं। एक पुरानी वसीयत विवाद को जन्म दे सकती है।”
क्यों ज़रूरी है समय-समय पर WILL updating?
जीवन में बदलाव सामान्य हैं। नई संपत्ति खरीदना, पुराने रिश्तों में परिवर्तन, या कानूनी नियमों में बदलाव आपकी वसीयत को अप्रासंगिक बना सकते हैं।
मुख्य कारण:
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नई संपत्ति का समावेश
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परिवार में नए सदस्य का आगमन
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रिश्तों या प्राथमिकताओं में बदलाव
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किसी वारिस का निधन
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टैक्स या कानूनी बदलाव
WILL making and updating में ध्यान देने योग्य बातें
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स्पष्ट भाषा का प्रयोग करें – अस्पष्टता विवाद को जन्म देती है।
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गवाह की उपस्थिति सुनिश्चित करें – कम से कम दो गवाह आवश्यक हैं।
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पंजीकरण कराना उचित है – हालांकि अनिवार्य नहीं, पर पंजीकरण से वसीयत पर संदेह नहीं रहता।
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समय-समय पर समीक्षा करें – हर 3-5 साल में या बड़े बदलावों पर वसीयत अपडेट करें।
Proper WILL making and updating के लाभ
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संपत्ति का सुरक्षित हस्तांतरण
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कानूनी विवाद से बचाव
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परिवार में सामंजस्य बनाए रखना
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आपकी इच्छाओं का सम्मान सुनिश्चित करना
Structured Points – Proper WILL making and updating क्यों आवश्यक है
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पारिवारिक विवाद से बचाव
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कानूनी प्रक्रिया सरल बनाना
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नई परिस्थितियों के अनुरूप बदलाव
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वारिसों को समय पर अधिकार देना
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संपत्ति का सुरक्षित बंटवारा
निष्कर्ष
एक सही और अद्यतन वसीयत आपके परिवार के लिए सुरक्षा कवच की तरह है। भारतीय कानून आपको यह अधिकार देता है कि आप अपनी संपत्ति को अपनी इच्छानुसार बांटें। इसलिए, proper WILL making and updating को हल्के में न लें। यह न केवल आपकी मेहनत की संपत्ति को सुरक्षित करेगा बल्कि आपके प्रियजनों के भविष्य को भी सुरक्षित रखेगा।
👉 अगला कदम: किसी योग्य वकील से परामर्श लें और अपनी वसीयत को समय पर बनाएं और अपडेट करें।
Disclaimer: यह लेख केवल शैक्षिक और सामान्य जानकारी हेतु है। किसी भी कानूनी निर्णय से पहले विशेषज्ञ या अधिवक्ता की सलाह अवश्य लें।
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