Today’s Panchang: Tithi, Rahu Kaal & Auspicious Timings

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Daily Vedic Insights – Align Your Actions with the Universe पंचांग से पाएं दिन की दिशा – शुभ समय की ओर कदम

आज का पंचांग – दैनिक ज्योतिषीय जानकारी

पंचांग, जिसे वैदिक कैलेंडर भी कहा जाता है, हिंदू धर्म में अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। यह दिन की तिथि, वार, नक्षत्र, योग और करण की जानकारी देता है।

आज का पंचांग हमें बताता है कि दिन शुभ है या अशुभ। इसका प्रयोग पूजा-पाठ, शादी, गृह प्रवेश, यात्रा या नया कार्य शुरू करने से पहले किया जाता है।

🕉️ पंचांग के 5 अंग:

  • तिथि (Tithi) – चंद्रमा की स्थिति पर आधारित

  • वार (Day) – सप्ताह का दिन

  • नक्षत्र (Nakshatra) – चंद्रमा की स्थिति से

  • योग (Yoga) – शुभ/अशुभ संयोजन

  • करण (Karan) – आधी तिथि का भाग

राहुकाल – अशुभ समय की जानकारी

राहुकाल दिन का वह समय होता है जब किसी भी शुभ कार्य को करने की मनाही होती है। यह समय हर दिन अलग होता है और इसे किसी भी नए काम की शुरुआत के लिए अनुकूल नहीं माना जाता।

🌒 आज का राहुकाल:

उदाहरण के तौर पर, सोमवार को राहुकाल प्रायः सुबह 7:30 से 9:00 बजे तक होता है (स्थान के अनुसार अलग-अलग)।

🧠 विशेषज्ञों की राय: वैदिक ज्योतिषाचार्य पं. श्री राम शर्मा के अनुसार, राहुकाल के दौरान यात्रा, नया व्यापार, या विवाह से संबंधित कार्य करने से विघ्न उत्पन्न हो सकते हैं।

🔥 पंचक – पांच अशुभ दिन

पंचक वह समय होता है जब चंद्रमा कुंभ और मीन राशि में स्थित होता है। इस दौरान 5 नक्षत्र – धनिष्ठा, शतभिषा, पूर्वा भाद्रपद, उत्तर भाद्रपद और रेवती आते हैं।

🚫 पंचक में क्या न करें:

  • घर की छत डालना

  • शव का अंतिम संस्कार

  • फर्नीचर बनवाना

  • नए कपड़े सिलवाना

🧠 ज्योतिष विशेषज्ञों की मान्यता: पं. शंकराचार्य के अनुसार पंचक में किए गए कार्य पांच गुना अधिक प्रभाव डाल सकते हैं, अच्छे या बुरे – दोनों रूपों में।

📆 H2: तिथि और मास – शुभ कार्यों के निर्धारण का आधार

तिथि यानी चंद्र मास का दिन – प्रत्येक तिथि का अपना एक महत्व होता है। जैसे एकादशी, पूर्णिमा, अमावस्या आदि विशेष पूजा के लिए उपयुक्त मानी जाती हैं।

मास (Month) – हिंदू पंचांग में प्रत्येक मास (जैसे चैत्र, वैशाख, श्रावण) का धार्मिक महत्व होता है।

🕯️ तिथि और मास के लाभ:

  • श्रावण मास – शिव पूजन का उत्तम समय

  • कार्तिक मास – दीपावली, तुलसी विवाह

  • एकादशी तिथि – व्रत और उपवास

🧠 वैदिक मान्यता: तिथि और मास के अनुसार किए गए उपवास और पूजा से मानसिक शांति और आध्यात्मिक लाभ मिलता है।

H3: सहायक सुझाव

  • Drik Panchang या Timeanddate.com जैसी वेबसाइट से प्रतिदिन का पंचांग, राहुकाल और पंचक जानकारी प्राप्त करें

  • स्थानीय समय और स्थान के अनुसार पंचांग भिन्न हो सकता है, इसलिए GPS आधारित ऐप्स का प्रयोग करें

  • शुभ मुहूर्त के लिए अनुभवी पंडित या ज्योतिषी से सलाह लें

📌 निष्कर्ष: दिन की योजना बनाएं पंचांग देखकर

आज का पंचांग, राहुकाल, पंचक, तिथि और मास जैसी जानकारियाँ केवल धार्मिक या आध्यात्मिक मान्यता नहीं, बल्कि एक समय प्रबंधन का विज्ञान भी हैं। जब हम शुभ और अशुभ समय को समझकर निर्णय लेते हैं, तो जीवन में संतुलन और सकारात्मकता आती है।

🖋️ Disclaimer:

मैं इस क्षेत्र का विशेषज्ञ नहीं हूं। यह पोस्ट विभिन्न स्रोतों और ज्योतिषीय वेबसाइट्स से संकलित जानकारी पर आधारित है। किसी भी धार्मिक कार्य से पहले स्थानीय पंडित या विशेषज्ञ की सलाह अवश्य लें।


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